होली (Holi 2023) का त्योहार आने में अब लगभग केवल एक दिन का ही वक्त बाकी रह गया है। ऐसे में इस बार की होली खगोलीय नजरिए से भी खास होने वाली है। दरअसल होली के ठीक एक शाम पहले आसमान में वर्म मून दिखाई देगा। होली की ठीक एक साम पहले यानी 7 मार्च को शाम करीब 6 बजकर 10 मिनट पर सर्दियों के मौसम की आखीरी पूर्णिमा होगी। जिसे कि वर्म मून भी कहा जाता है।
सर्दियों के मौसम की आखिरी पूर्णिमा
बता दें कि पूर्णिमा को कभी कभी वर्म मून भी कहा जाता है। होली की एक शाम पहले सर्दियों की तीसरी और आखिरी पूर्णिमा होगी। इस पूर्णिमा पर दिखने वाला चंद्रमा बड़ा और चमकीला दिखाई देगा। भारत में होली की एक शाम पहले खगोल विज्ञानी इस घटना को देख सकते हैं। वर्म मून मार्च में आने वाली पूर्णिमा को दिया गया नाम है। ऐसा माना जाता है कि यह नाम दिया गया है क्योंकि यह उस समय के साथ मेल खाता है जब जमीन पिघलना शुरू होती है और उत्तरी अमेरिका के गर्म इलाकों में केंचुए दिखाई देने लगते हैं।
Holi 2023: देश के अलग-अलग राज्यों में इस तरह मनाई जाती है होली, तस्वीरों में देखें अजब-गजब परंपराएं
वर्म मून है ट्रेडिशनल नाम
वर्म मून पूर्णिमा की घटनाओं को दिए गए कई सारे ट्रेडिशनल नामों में से एक है। ये नाम नॉर्थ अमेरिकी लोगों द्वारा दिया गया था। यह नाम बदलते मौसम और हर एक लूनर साइकिल की घटनाओं के आधार पर दिया गया है। इसके अलावा वर्म मून को सैप मून, क्रो मून और लेंटन मून के नाम से भी जाना जाता है।
भारत में कब कब कब मनाई जाएगी होली
वहीं अगर होली के मूहूर्त की बात करें तो भारत में इस साल होलिका दहन 7 मार्च को है। उसके अगले दिन 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा। होलिका दहन के लिए वसंत पंचमी के दिन से ही सूखी लकड़ियां, उपले और सूखी घास इकट्ठा किए जाते हैं।
First Published: Mar 06, 2023 8:41 PM
हिंदी में शेयर बाजार, Stock Tips, न्यूज, पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।